निपटारे का नोटिस दिया जाए और उसे सुने जाने का अवसर दिया जाए।
2.
दिनांक 10-8-2010 (के0डी0भट्ट) सत्र न्यायाधीश, ऊधम सिंह नगरनिगरानीकर्ता का कथन है कि विपक्षी द्वारा रिब्यू प्रार्थना पत्र अवर न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद न्यायालय को निगरानीकर्ता को सुने जाने का अवसर देना चाहिए था।
3.
दिनांकः 11-03-2010 (के0डी0 भट्ट) सत्र न्यायाधीश, ऊधम सिंह नगर स्थित रूद्रपुरनिगरानीकर्ता का कथन है कि विपक्षी द्वारा रिब्यू प्रार्थना पत्र अवर न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद न्यायालय को निगरानीकर्ता को सुने जाने का अवसर देना चाहिए था।
4.
यदि नोटिस के अनुसार वह उपस्थित होता तो जब तक उसे किसी ऐसे गवाह से, जिसका जिला जज ने पहले ही परीक्षण कर लिया हो तथा जिसने उस व्यक्ति के विरूद्ध साक्ष्य दिया हो, जिरह करने का और अपनी सफाई में साक्ष्य देने और सुने जाने का अवसर न दिया गया हो।